अपने मोर्चे पर

Tuesday, September 02, 2025

देवभूमि में यह कैसा विकास

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 नवीन जोशी बीसवीं शताब्दी के आठवें दशक में उत्तराखंड में हुए ‘चिपको आंदोलन’ के मूल विचार के साथ ही उसके आंतरिक संघर्ष और विचलन, वनवासियों के...
Monday, September 01, 2025

मानसूनी आपदाएं यानी विकास की उलटबांसियां

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  धराली एवं हर्षिल (उत्तरकाशी) की आपदा के कारणों पर बहस चल ही रही थी कि थराली व चेपड़ों (चमोली) में वैसा ही हादसा हो गया। थराली-चेपड़ों के न...
Tuesday, August 19, 2025

रुड़की (उत्तराखण्ड) की खोज से लाभ ले रही केरल सरकार

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समाज में साम्प्रदायिक नफरत फैलाकर अपना वोट बैंक मजबूत करने में जुटी उत्तराखण्ड की धामी सरकार को शायद ही यह इल्म हो कि उसी के राज्य में स्थित...
Wednesday, August 13, 2025

मलबे में गहरे दफ्न लोग

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  धन सिंह दहाड़ मारकर रोए जा रहा था। सोलह दिन बाद उसकी मां की लाश मकान एक मलबे से निकली थी। सफेद पड़ गई फूली लाश पर झुका हुआ वह विक्षिप्त-सा च...
Sunday, August 10, 2025

मनुष्य 'घुसपैठिया' ही नहीं, असहिष्णु व हत्यारा भी है

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कल शाम पत्रकार साथी सुधीर मिश्र की लिखी और धीरज भटनागर निर्देशित लघु फिल्म 'घुसपैठिया कौन' देखी। यह गाज़ियाबाद की एक अदालत में भटक आए...
Friday, August 08, 2025

बादल फटा या ग्लेशियर टूटा- असली सवाल कुछ और हैं

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धराली हादसे की चर्चा तत्काल दूसरी ओर मुड़ गई है। या , मोड़ दी गई है। हादसे के मूल कारण – असंगत विकास नीति- नेपथ्य में धकेल दिए गए हैं। बहस इस...
Wednesday, August 06, 2025

भूत होते गांव- कटु यथार्थ से रू-ब-रू कराता उपन्यास

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— दिवा भट्ट  एक भरा- पूरा, महकता- चहकता, हंसता- गाता गांव एक दिन जनहीन हो गया तो जनों के साथ वहां के पालतू पशुओं का अस्तित्व भी समाप्त हो गय...

बादल फटना एक बहाना है, अभी कई धराली होंगे

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धराली (उत्तरकाशी , उत्तराखण्ड) के वीडियो भयावह हैं लेकिन अप्रत्याशित बिल्कुल नहीं। यह हर साल बरसात में लगभग आम किस्सा हो गया है। इस साल हिमा...
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Contributors

  • Naveen Joshi
  • ढाईआखर
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